नॉर्स सभ्यता की पुरानी कथाओं में एक विचित्र जीव ड्राउगर के बारे में पढ़ने को मिलता है। नॉर्स भाषा में ड्राउगर का मतलब भूत होता है। कहते हैं कि ये वाइकिंग्स की कब्रों में रहा करते थे। इतना ही नहीं कई बार ये मरे हुए लोगों का शरीर भी धारण कर लेते थे। उस जमाने में अमीर लोगों की कब्रों में बहुत-सी दौलत भी हुआ करती थी। ड्राउगर उसकी रखवाली करते थे।
कहते हैं कि इनमें अनोखी शक्ति हुआ करती थी। वे अपना साइज भी बढ़ा सकते थे और उनका शरीर सड़ता भी नहीं था। फिर भी उसमें से सड़े हुए शरीर की बदबू आती थी। वे लोग अपने शरीर को धुएं में भी बदल लेते थे। इसी तरह वे चट्टानों जैसे सॉलिड मटेरियल में से भी तैरकर पार हो जाते थे।
उन्हें उनकी आंखों से पहचाना जा सकता था। उनकी आंखों में भी गजब की शक्ति हुआ करती थी। इसके अलावा उनकी और भी कई शक्तियों के बारे में लिखा गया है लेकिन ड्राउगर का जन्म कैसे होता था, ये कहीं भी साफ नहीं होता है। नॉर्स सभ्यता के अनुसार पापी जीवन इसका कारण होता था।
जैसे की दूसरे भूत-प्रेतों के बारे में कहा जाता है कि वे लोहे से डरते हैं। वैसा ही ड्राउगर्स के बारे में मशहूर है। हरोमुंदर सागा ग्रिपसोनार में भी ऐसा लिखा गया है। नॉर्वे में भी इनके बारे में कई किस्से मशहूर हैं। इनसे बचने के कई तरीके भी वहां प्रचलित हैं। बहुत से लोग इन कहानियों पर यकीन करते हैं। फिर भी आज तक किसी भी किस्से को साबित नहीं किया जा सका है। इस तरह ड्राउगर्स पश्चिमी देशों के लिए एक राज ही है।
राज है गहरा
भूत-प्रेत जैसी एक चीज है ड्राउगर। कई देशों में इनके किस्से सदियों से मशहूर हैं लेकिन कोई भी मामला साबित नहीं किया जा सका है।
कहते हैं कि इनमें अनोखी शक्ति हुआ करती थी। वे अपना साइज भी बढ़ा सकते थे और उनका शरीर सड़ता भी नहीं था। फिर भी उसमें से सड़े हुए शरीर की बदबू आती थी। वे लोग अपने शरीर को धुएं में भी बदल लेते थे। इसी तरह वे चट्टानों जैसे सॉलिड मटेरियल में से भी तैरकर पार हो जाते थे।
उन्हें उनकी आंखों से पहचाना जा सकता था। उनकी आंखों में भी गजब की शक्ति हुआ करती थी। इसके अलावा उनकी और भी कई शक्तियों के बारे में लिखा गया है लेकिन ड्राउगर का जन्म कैसे होता था, ये कहीं भी साफ नहीं होता है। नॉर्स सभ्यता के अनुसार पापी जीवन इसका कारण होता था।
जैसे की दूसरे भूत-प्रेतों के बारे में कहा जाता है कि वे लोहे से डरते हैं। वैसा ही ड्राउगर्स के बारे में मशहूर है। हरोमुंदर सागा ग्रिपसोनार में भी ऐसा लिखा गया है। नॉर्वे में भी इनके बारे में कई किस्से मशहूर हैं। इनसे बचने के कई तरीके भी वहां प्रचलित हैं। बहुत से लोग इन कहानियों पर यकीन करते हैं। फिर भी आज तक किसी भी किस्से को साबित नहीं किया जा सका है। इस तरह ड्राउगर्स पश्चिमी देशों के लिए एक राज ही है।
राज है गहरा
भूत-प्रेत जैसी एक चीज है ड्राउगर। कई देशों में इनके किस्से सदियों से मशहूर हैं लेकिन कोई भी मामला साबित नहीं किया जा सका है।
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