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Wednesday, January 19, 2011

ये था वनडे क्रिकेट का सबसे महान कैच


नई दिल्ली. किसी भी मैच को जीतने के लिए सभी कैच लपकने जरूरी होते हैं। क्रिकेट में ये तथ्य बहुत प्रचलित है। 1983 के विश्वकप जिताने में एक कैच की अहम भूमिका रही थी। कप्तान कपिल देव ने यदि उसे नहीं लपका होता तो शायद भारत इस खिताब से महरूम रह जाता।

कपिल देव एंड कंपनी इंग्लैंड में हुए विश्वकप में एक अंडरडॉग की तरह उतरी थी। किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारत सेमीफाइनल दौर तक भी पहुंच पाएगा। सभी टीमों को रौंदते हुए टीम इंडिया फाइनल में पहुंच गई। खिताबी मुकाबले में उनका सामना दिग्गज वेस्ट इंडीज से था।

विंडीज के गेंदबाजों ने भारत को महज 183 रन पर समेटकर टीम इंडिया के चांस और कम कर दिए। भारत की जीत की राह में खड़े थे वेस्ट इंडीज के विवियन रिचर्ड्स। रिचर्ड्स का विकेट भारतीय टीम के लिए अहम था। रिचर्ड्स ने महज 28 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 33 रन ठोक दिए थे। ऐसा लग रहा था कि विंडीज 184 रन के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेगी।

कप्तान कपिल देव ने गेंद थमाई मध्यम तेज गेंदबाज मदनलाल के हाथ में। मदनलाल की एक शॉट गेंद पर विवियन रिचर्ड्स ने पुल शॉट खेला। लग रहा था कि गेंद बाउंड्री पार कर जाएगी, लेकि कपिल देव ने उलटे कदमों से दौड़ते हुए गेंद को लपक लिया। रिचर्ड्स 33 रन बनाकर आउट हो गए थे।

इस कैच को मैच का टर्निंग प्वाइंट भी कहा जा सकता है। कपिल ने 10-15 यार्ड्स पीछे की तरफ दौड़कर इस कैच को लपका था। इस कैच के बाद पूर्व विश्व विजेता वेस्ट इंडीज महज 140 रन पर सिमट गई थी।

दसवें विश्वकप के लिए तैयारियों में जुटी धोनी सेना को भी फील्डिंग में ऐसे ही करिश्में करने होंगे। तभी भारत विश्वकप पर फिर से कब्जा जमा पाएगा।

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